बीसीसीआई का फैसला पुरुष और महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को मिलेगा एकसमान वेतन

बीसीसीआई का फैसला पुरुष और महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को मिलेगा एकसमान वेतन

असमानता की जड़ें इतनी गहरी हैं कि उन्हें कमजोर होने में समय तो लग रहा है। बात लैंगिक असमानता की करें तो परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं को कमज़ोर वर्ग के रूप में देखा जाता रहा है। 

वे घर और समाज दोनों जगहों पर शोषण, अपमान और भेद-भाव से पीड़ित होती हैं। महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया में हर जगह प्रचलित है।

लेकिन समय के साथ-साथ बहुत कुछ बदल रहा है। महिलाएं अपनी मेहनत और जज्बे व अपने कौशल से अपना स्थान स्थापित कर रही हैं।

लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ा फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने किया है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 27 सितंबर, गुरुवार को लिया एक ऐतिहासिक फैसला। बीसीसीआई ने तय किया है कि अब उनके सेंट्रल कॉन्‍ट्रैक्‍ट में पुरुष और महिला क्रिकेट खिलाडि़यों को एकसमान वेतन दिया जाएगा।

महिला क्रिकेट टीम की तरफ से लंबे समय से यह मांग की जा रही थी, जिस पर आखिरकार क्रिकेट बोर्ड ने अपनी सहमति की मुहर लगा ही दी। परिणामस्वरूप बीसीसीआई ने दोनों टीमों के लिए समान वेतन की घोषणा की है।

क्या कहना है, BCCI सचिव जय शाह का?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह ने कहा कि ये जेंडर भेदभाव को खत्‍म करने की दिशा में उठाया गया एक ज़रूरी कदम है।

इस फैसले का आधिकारिक घोषणा करते हुए सचिव जय शाह ने अपने ऑफिशियल ट्विटल हैंडल पर लिखा, “मुझे भेदभाव को दूर करने की दिशा में BCCI के इस पहले कदम की घोषणा करते हुए बहुत प्रसन्‍नता हो रही है। हम अपने साथ अनुबंध करने वाली महिला क्रिकेट खिलाडि़यों के लिए एकसमान वेतन की नीति लागू कर रहे हैं । अब पुरुष और महिला, दोनों क्रिकेट खिलाड़ियों का मैच का वेतन समान होगा क्योंकि हम लैंगिक बराबरी के एक नए युग में कदम रख चुके हैं।”

कितना होगा अब महिला खिलाड़ियों का वेतन?

टेस्ट क्रिकेट में एक मैच के लिए पुरुष खिलाड़ी को 15 लाख रुपए मिलते हैं। वनडे इंटरनेशनल में पुरुषों को एक मैच के 6 लाख रुपए जबकि टी20 इंटनेशनल क्रिकेट में एक मैच खेलने के लिए 3 लाख रुपये मिलते हैं। अब से यही वेतन महिला क्रिकेटरों को भी मिला करेगा। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले महिला क्रिकेटर को किसी एक वनडे या टी-20 इंटरनेशनल मैच के लिए 1 लाख रुपए, जबकि एक टेस्ट मैच के लिए 4 लाख रुपए मिलते थे। 

बीसीसीआई के ऐलान के बाद अब महिला टीम को पुरुष टीम जितना ही मैच वेतन मिलेगा।

अब तक औसतन इतने रुपये मिलते थे महिला खिलाड़ियों को

यदि औसतन तुलना की जाए तो अब तक सीनियर महिला क्रिकेटर्स को घरेलू क्रिकेट में प्रतिदिन मैच के लिए 20 हजार रुपए वेतन मिलता था। यह किसी अंडर-19 पुरुष क्रिकेटर के लगभग बराबर था। जबकि सीनियर पुरुष खिलाड़ी को प्रतिदिन मैच फीस के तौर पर औसतन 60 हजार रुपए मिलते थे । 

देखा जाए तो यह महिला और पुरुषों के बीच एक बड़ा अंतर था। मगर अब यह भेदभाव भी दूर हो जाएगा। 2022 से पहले महिला क्रिकेटरों को मैच वेतन के तहत सिर्फ 12,500 रुपये दिए जाते थे ।

सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में अब भी महिला और पुरुषों के बीच काफी बड़ा अंतर है। जहां पुरुषों के लिए चार कैटेगरी है, तो वहीं महिलाओं के लिए सिर्फ तीन ही कैटेगरी निर्धारित हैं।

पुरुष कॉन्ट्रैक्ट 

  • कैटेगरी A+ 7 करोड़ रुपये
  • कैटेगरी A 5 करोड़ रुपये कैटेगरी 
  • B 3 करोड़ रुपये  
  • कैटेगरी C 1 करोड़ रुपये

महिला कॉन्ट्रैक्ट

  • कैटेगरी A 50 लाख रुपये 
  • कैटेगरी B 30 लाख रुपये 
  • कैटेगरी C 10 लाख रुपये

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने की यह पहल शुरू 

क्रिकेट में महिला-पुरुषों को समान वेतन देने की पहल इसी साल यानी 2022, जुलाई में सबसे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड (NZC) ने शुरू की थी। 

न्यूजीलैंड क्रिकेट समान मैच वेतन लागू करने वाला पहला बोर्ड था। उन्होंने महिला और पुरुष क्रिकेटरों को समान वेतन देने का फैसला किया था। इसको लेकर NZC और 6 बड़ी एसोसिएशन के बीच एग्रीमेंट भी हुआ। 

यह डील पहले पांच साल के लिए की गई। इसके तहत इंटरनेशनल समेत घरेलू क्रिकेटरों को भी सभी टूर्नामेंट में होने वाले मैचों का वेतन भी समान ही मिलेगा ।

पूर्व कप्तान मिताली राज और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने व्यक्त की अपनी खुशी

भारत की महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने भारतीय क्रिकेट इतिहास के इस महत्वपूर्ण दिन के बारे में अपनी खुशी व्यक्त की। वह लिखती हैं, “यह भारत में महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय है। अगले साल विमेनआईपीएल के साथ-साथ अब एकसमान वेतन नीति भी लागू हो गई है। निश्चित ही हम भारत में महिला क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं।” मिताली राज ने इस ऐतिहासिक फैसले के लिए बीसीसीआई को धन्‍यवाद दिया है।    

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी खेलों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए बीसीसीआई के इस फैसले की खूब सराहना की है। उन्होंने लिखा है, “महिलाओं और पुरुषों के लिए घोषित वेतन समानता के साथ यह वास्‍तव में भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक अविस्‍मरणीय दिन है।”

क्या कहा भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने?

पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने क्रिकेट खिलाडि़यों के साथ जेंडर के आधार पर लंबे समय से होते रहे इस भेदभाव की समाप्ति और समान वेतन लागू किए जाने के बीसीसीआई के फैसले की सराहना की है‌। 

महान स्पिन बॉलर हरभजन सिंह ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, “बीसीसीआई ने अन्य खेल निकायों के सामने एक उदाहरण पेश किया है। इससे क्रिकेट में महिलाओं की और अधिक भागीदारी को प्रोत्साहन मिलेगा। वास्तव में यह ऐतिहासिक फैसला मील का पत्थर है।”

2017 से महिला क्रिकेट में आया बदलाव

2017 में आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल में टीम के पहुंचने के बाद से महिला क्रिकेट में लोगों की रुचि बढ़ी है। उसके बाद टीम 2020 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी। 

इस साल अगस्त में विमेन क्रिकेट टीम ने बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में क्रिकेट में देश का पहला रजत पदक भी जीता।   

भारतीय महिला टीम ने हाल के महीनों में खेल में काफी शानदार प्रदर्शन किया है। हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका की टीम को फाइनल में 8 विकेट से हराकर एशिया कप जीता था। यह मैच बांग्लादेश में खेला गया था।

बीसीसीआई ने अपनी पिछली वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में घोषणा की थी कि अगले साल यानी वर्ष 2023 से महिला आईपीएल मैच खेला जाएगा। 

उस फैसले के बाद अब समान वेतन का यह फैसला भारत में महिला क्रिकेट को मजबूत बनाने की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है। 

आप क्या कहेंगे इस फैसले के बारे में? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

Jagdisha निश्चित ही BCCI का यह फैसला सराहनीय है। यह महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के उत्थान और लैंगिक समानता के हितों के अनुरूप महत्वपूर्ण फैसला है। 

हमारे साथ अपनी राय अवश्य सांझा करें। धन्यवाद!

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