निर्मला सीतारमन का जीवन परिचय

Nirmala Sitharaman Biography

भारत की राजनीति में अमूमन लोगों की ये धारणा रही है कि पुरुषों का वर्चस्व ही रहा है खासकर महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर जब बात आती है तो ये बात मुखर रुप धारण कर ही लेती है।


लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ पुरुषों का ही वर्चस्व रहा है बल्कि महिलाओं ने भी अग्रणी भूमिका निभाई है। संख्या कम जरूर देखी गई है लेकिन बिल्कुल नहीं है जो कि ऐसा नहीं है। 


आजादी के बाद सबसे बड़ा उदाहरण अगर कोई है तो वो देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में इंदिरा गांधी ने इस धारा को तोड़ा।


उसके बाद तो काफी महिलाओं ने राजनीति में अपनी सक्रियता दिखाई है। जैसे जयललिता, सोनिया गांधी, शीला दीक्षित, प्रतिभा पाटिल, मीरा कुमार, मायावती, महबूबा मुफ्ती, ममता बनर्जी, डी पुरंदेश्वरी, वृंदा करात, सुषमा स्वराज, उमा भारती, वसुंधरा राजे और राबड़ी देवी जैसे कुछ प्रमुख नाम हैं।


इसी बीच में एक नाम मौजूदा राजनीति में भारत सरकार कैबिनेट में बतौर वित्त मंत्री के पद पर कार्यरत हैं जिनका नाम है निर्मला सीतारमन। 


निर्मला सीतारमन वर्तमान में वित्त मंत्रालय का पदभार संभाले हुए हैं। भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं।


उन्होंने भारत की रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया, वह भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं। हालांकि निर्मला सीतारमन से पहले इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के रूप में रक्षा और वित्त विभाग का पदभार भी संभाला।


आरंभिक जीवन 


निर्मला सीतारमन का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडू के मदुरई में एक तमिल अयंगर ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनकी मां का नाम सावित्री और पिता का नाम नारायणन सीतारमन है। 


उनके पिता मुसिरी, तिरुचिरापल्ली के रहने वाले थे और उनकी मां का परिवार थिरुवेंकाडु और तमिलनाडु के तंजावूर और सेलम जिले से संबंधित थे। उनके पिता भारतीय रेलवे विभाग में कार्यरत थे।


उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट एंग्लो इंडियन हायर सेकेण्डरी स्कूल विल्लुपुरम तथा आगे की स्कूली शिक्षा मद्रास और तिरुचिरापल्ली से पूरी की।


उन्होंने 1980 में अर्थशास्त्र में कला स्नातक की डिग्री सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), दिल्ली से 1984 में अर्थशास्त्र मास्टर ऑफ आर्ट्स और एम. फिल की डिग्री प्राप्त की।


व्यक्तिगत जीवन 


जेएनयू में ही वह अपने पति अर्थशास्त्री और टिप्पणीकार, परकला प्रभाकर से मिलीं। दोनों की अलग - अलग राजनितिक विचारधारा है। उनका झुकाव भाजपा दल की ओर है, लेकिन उनके पति कांग्रेस सदस्य परिवार से है। 12 सितंबर 1986 में दोनों ने विवाह किया। शादी के बाद वह दोनों लंदन चले गए। 1991 में संतान के जन्म से पूर्व वह पति संग स्वदेश लौट आईं और हैदराबाद में रहीं। दोनों की एक बेटी है, जिसका नाम परकला वंगमयी है।


परकला प्रभाकर ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के संचार सलाहकार के रूप में कार्य किया। जुलाई 2014 से जून 2018 तक वह आंध्र प्रदेश सरकार में कैबिनेट रैंक का पद संभाला। कई वर्षों तक उन्होंने आंध्र प्रदेश टेलीविजन चैनलों पर करेंट अफेयर्स चर्चा कार्यक्रम प्रस्तुत किए है। वह पूर्व प्रवक्ता और प्रजा राज्यम पार्टी के संस्थापक महासचिव में से एक थे।


राजनितिक कैरियर से पहले 


निर्मला सीतारमन ने लंदन के रिजेंट स्ट्रीट में होम डेकोर स्टोर, हैबिटेट में सेल्सपर्सन के रूप में कार्य किया। 


उन्होंने UK में एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन में सहायक अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया। यूके में उन्होंने PWC की वरिष्ठ प्रबंधक (R&D) और कुछ समय के लिए बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भी कार्य किया।


राजनितिक कैरियर 


निर्मला सीतारमन ने 2003 से 2007 तक राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया। 


2008 में, वह भाजपा में शामिल हो गईं। 2010 में, बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता बनी। 2014 में वह कनिष्ठ मंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हुई। उन्हें स्वतंत्र प्रभार के साथ वाणिज्य और उद्योग विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई।


जून 2014 में, उन्हें आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया। 


मई 2016 में, वह 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में लड़ने के लिए भाजपा द्वारा नामित 12 सदस्यों में से एक थी। उन्हें कर्नाटक से अपनी सीट पर सफलता मिली।


3 सितंबर 2017 में, निर्मला सीतारमन को 28वीं भारतीय रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। यह पद संभालने वाली वह इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला है, लेकिन पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनी। उन्होंने 2019 में, भारतीय वायु सेना द्वारा पुलवामा हमले के जवाब में बालाकोट एयर स्ट्राइक का नेतृत्व किया। 


वह 2017 में, हैदराबाद में प्रणवा के संस्थापक निर्देशकों में से एक थी।


केंद्रीय वित्तमंत्री के तौर पर 


31 मई 2019 में, निर्मला सीतारमन वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने 5 जुलाई 2019 को संसद में अपना पहला बजट पेश किया। 


वह 1970-71 वित्तीय वर्ष के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला मंत्री हैं, जिन्होंने बजट पेश किया।


1 फरवरी 2020 को, निर्मला सीतारमन ने केंद्रीय बजट 2020-21 पेश किया। कोरोना महामारी के समय उन्हें कोविड-19 आर्थिक प्रतिक्रिया कार्य बल की प्रभारी बनाया गया।


उन्होंने नेशनल मीडिया सेंटर में एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिए 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान का अनावरण किया।


2022 में, वित्त मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया।


लगातार पांच बजट पेश करने वाले पूर्ववर्तियों, यशवंत सिन्हा, अरुण जेटली, मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए, वह पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं।


फरवरी 2024 में, निर्मला सीतारमन ने छठी बार बजट पेश किया। वह भारत के नए संसद भवन में बजट पेश करने वाली पहली मंत्री हैं।


पुरस्कार और सम्मान 


  • निर्मला सीतारमन को 2019 में जेएनयू द्वारा पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें 2019 में, दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में 34वां स्थान दिया।
  • फोर्ब्स पत्रिका द्वारा दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में निर्मला सीतारमन 2020 में 41वें, 2021 में 37वें और 2022 में 36वें स्थान पर रही।
  • उन्हें द इकोनॉमिक टाइम्स अवॉर्ड फॉर कॉर्पोरेट एक्सीलेंस 2021 का बिजनेस रिफॉर्मर ऑफ द ईयर पुरस्कार मिला।
  • फोर्ब्स पत्रिका की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 2023 में 32वें स्थान पर रहते हुए उन्होंने पांचवीं बार सूची में जगह बनाई।

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