भारत की अग्रणी उद्यम पूंजीपति वाणी कोला की सफलता की कहानी

बिजनेस करने के लिए सबसे पहली आवश्यकता क्या है? 

जी सबसे पहले तो पूरी जानकारी होनी चाहिए आप क्या करने वाले है? ग्राहकों की जरूरत क्या है और आप उसे कैसे पूरा कर सकते है? ऐसी क्या बात है जो आपको दूसरों से बेहतर बना सकती है? आपकी बात का तरीका प्रभावी होना चाहिए, क्योंकि बोलना तो हर किसी को आता है लेकिन अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखने का तरीका किसी-किसी को ही आता है |

अरे इन सारी बातो में इंवेस्टमेंट यानी निवेश करना कैसे भूल सकते है | बिना इंवेस्टमेंट के तो आगे बढ़ा ही नहीं जा सकता | बहुत से स्टार-अप सही इंवेस्टमेंट न होने के कारण ही ठप पड़ जाते है वही कुछ प्रभावी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति भी बिजनेस आइडियाज होने के बाद भी केवल इंवेस्टमेंट की लागत न होने के कारण ठहर जाते है |

देश की सफलतम इन्वेस्टर में एक सुप्रसिद्ध नाम है वाणी कोला | 

वाणी कोला अपनी सफलता और बिजनेस से ज्यादा अपने इन्वेस्टमेंट गुणों के लिए पहचानी जाती है |

उनके प्रशंसक उनके इन्वेस्टिंग टिप्स के लिए उन्हें ढूंढते हैं और उनसे अगर मिलना हो जाए तो उसका मतलब है उनके इन्वेस्टमेंट टिप्स के बारे में जानने की तीव्र उत्सुकता |

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वाणी कोला एक भारतीय महिला उद्यमी और पूंजीपति हैं | वह एक भारतीय प्रारंभिक चरण की उद्यम पूंजी फर्म, कलारी कैपिटल की संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं | 

उन्हें 2014 में फॉर्च्यून इंडिया द्वारा भारतीय व्यवसाय में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था |

आइये जानते है देश की सफल इन्वेस्टर के बारे में और साथ में उनके कुछ टिप्स भी…

प्रारंभिक जीवन

वाणी कोला का जन्म हैदराबाद (अब तेलंगाना) में हुआ था | पढ़ाई-लिखाई में वह बचपन से ही एक मेधावी छात्रा रहीं |

उनकी आरंभिक शिक्षा घर के पास के ही एक विद्यालय से हुई | फिर उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन (स्नातक शिक्षा) पूरी की | जहाँ 400 इंजीनियरिंग छात्रों में से छह लड़कियों में से वाणी कोला एक थीं |

यह वह दौर था जब भारत में बात लड़की की हो तो पढ़ाई से पहले उन्हें रसोई के काम काज सिखाने पर ज्यादा जोर दिया जाता था | 

1980 के दशक के अंत में वह संयुक्त राज्य अमेरिका में एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए चली गईं |

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सीरयल उद्यमी के नाम से जानी गईं

वाणी कोला ने अपना शुरुआती करियर सिलिकॉन वैली में शुरू किया | सिलिकॉन वैली से वह 22 सालों तक जुडी़ रहीं | उन्हें वहां सीरयल उद्यमी (serial entrepreneur) के नाम से जाना गया | 

करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने ई-प्रोक्योरमेंट कंपनी राइटवर्क्स की स्थापना की और उसे अपने सामर्थ्य से सफल भी बनाया | फिर 4 साल बाद उन्होंने इस कंपनी को $657 मिलियन में ICG को बेच दिया | 

उस समय यह डील सिलिकॉन वैली में किसी भारतीय महिला द्वारा की गई सबसे बड़ी विक्रय डीलों में से एक थी | वाणी कोला इस दौरान एक अन्य कंपनी सर्टस सॉफ्टवेयर( Certus Software) की सीईओ और फाउंडर भी थीं |

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कलारी कैपिटल की स्थापना

वाणी कोला सिलिकॉन वैली में एक उद्यमी के रूप में अपना सफल करियर बना चुकीं थीं | 22 साल के इस सफर के बाद वह 2006 में भारत लौंटी | अब वह स्वदेश में एक उद्यम पूंजी फर्म की शुरूआत करने जा रही थीं | वह बढ़ते भारतीय अवसरों के लिए तैयार थी | 

उन्होंने विनोद धाम के साथ मिलकर  2006 में इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स (IUVP) की स्थापना की | न्यू एंटरप्राइज एसोसिएट्स (NEA) के साथ एक साझेदारी, यह भारत में उद्यम पूंजी में उनका प्रारंभिक उपक्रम था | 

2012 में इसका नाम बदलकर कलारी कैपिटल के रूप में ब्रांडेड किया गया | वाणी कोला, कलारी कैपिटल की प्रबंध निदेशक हैं | वह एक प्रौद्योगिकी-केंद्रित प्रारंभिक चरण की निवेशक है | और वह वैश्विक कंपनियों के निर्माण के लिए उद्यमियों के साथ काम करती है | 

साथ ही उच्च विकास उद्यम बनाने के लिए भारत के घरेलू विकास का लाभ उठाती है | 

कलारी कैपिटल एक निवेशक कंपनी है जो स्टार्टअप्स या अन्य कंपनियों में निवेश करती है | वाणी कोला ने ई-कॉमर्स, मोबाइल सेवाओं, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में निवेश का नेतृत्व किया है | 

उनके कुछ उल्लेखनीय उद्यम पूंजी प्रयासों में शामिल हैं: ड्रीम 11, अर्बन लैडर, स्नैपडील और मिंत्रा |

कलारी कैपिटल ने सितंबर 2012 में $150 मिलियन यूएस डॉलर के फंड के रूप में परिचालन शुरू किया |

वाणी कोला के नेतृत्व में कलारी कैपीटल 2017 तक $650 मीलियन यूएस डॉलर की संपत्ति बन गई |

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व्यक्तिगत जीवन

वाणी कोला ने श्रीनिवास कोला से शादी की और उनकी दो बेटियां हैं |

वह मैराथन धावक भी रहीं और 2000 के दशक में उन्होंने किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई भी की |

वाणी कोला एक हार्टफुलनेस ट्रेनर भी हैं और योग और ध्यान के माध्यम से मानव परिवर्तन पर केंद्रित एक गैर-लाभकारी संगठन, हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट का सक्रिय रूप से समर्थन करती हैं |

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वाणी कोला के टिप्स

वाणी कोला हमेशा से अपने हर फैसले खुद लेती हैं और उन्हें अपने हर फैसले पर विश्वास होता है | इन्वेस्टमेंट की दुनिया में अपनी एक अलग ही छाप बना चुकी वाणी कोला से लोग, उनकी सफलता के राज जानने के बजाय उनसे इन्वेस्टिंग टिप्स लेने के लिए अधिक उत्सुक होते हैं |

  • बातचीत का तरीका प्रभावी बनाएं | उनका कहना है कि आज का युवा काफी उत्साही है और जागरुक भी है | ऐसे में अगर कोई चीज आपको खास बना सकती है तो वह है आपके बातचीत का ढंग |
  • लगातार प्रतिस्पर्धा की निगरानी न करें | अपनी गलतियों से सीखें और हर स्थिति में शांत रहें | भावनात्मक निर्णय न लें और जल्दबाजी में प्रतिक्रिया करने से तो बिल्कुल बचें | 
  • स्वयं जागरूक रहें | केवल रचनात्मकता और नवीनता के साथ ही कोई व्यक्ति बाजार में जगह बना सकता है और आगे तक जा सकता है |
  • सबसे कठिन परिस्थितियों में भी यथार्थवादी रहें | इसका अर्थ यह है कि आपने जो कुछ शुरू किया है उसे छोड़ देना क्योंकि आपको आवश्यक और गणना किए गए रिटर्न नहीं मिल रहे हैं |
  • अपने क्षेत्र की सकारात्मक और नकारात्मक चीजों की लिस्ट तो सब ही बनाकर रखते हैं लेकिन एक स्टार्ट-अप के तौर पर यह पर्याप्त नहीं है | आपको पूंजी इन्वेस्ट करने से पहले रिसर्च में समय इन्वेस्ट करने की जरूरत है |
  • ई-मेल करना सीखें और व्यक्तिगत रूप से मेल करें | हाल ही में आई विश्व आर्थिक मंच की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में दुनिया में हर एक मिनट में 197 मीलियन ईमेल भेजे जाते हैं | आज के व्यवसायी जीवन में ईमेल्स का बहुत बड़ा रोल है |
  • फॉलोअप लें | वाणी कोला के अनुसार आज के प्रतिस्पर्द्दा के समय में केवल एक मेल भेजना ही काफी नहीं है | कुछ दिनों के इंतजार के बाद, वाणी फॉलोअप लेने की सलाह देती है | और वह ऐसा कम से कम तीन बार करने को कहती है | लेकिन प्रत्येक बार अलग-अलग मेल लिखने की सलाह देती हैं |
  • जिद्दी बनें | वाणी कोला हर युवा को जिद्दी बनने की सलाह देती है | खासकर महिलाओं को जो करियर में अभी-अभी उतरी हैं और उन्हें लंबा सफर तय करना है | ‘ना’ सुन कर आत्मविश्वास न खोएं और खुद को उसमें शामिल ना करें बल्कि आगे बढ़ें और किसी दूसरी कंपनी या इन्वेस्टर को ढूंढें | क्योंकि ना बोलने वाला इंसान आपको नहीं जानता है |

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पुरस्कार और सम्मान

  • वाणी कोला को 2014 में फोर्ब्स द्वारा भारतीय व्यवसाय में सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया गया | 
  • उन्हें दिल्ली में 20 जुलाई 2018 को टीआईई दिल्ली-एनसीआर 5 वें संस्करण महिला उद्यमिता शिखर सम्मेलन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था | 
  • उन्हें द इकॉनोमिक टाइम्स द्वारा 2015 में सर्वश्रेष्ठ निवेशक के लिए मिडास टच पुरस्कार से सम्मानित किया गया | 
  • उन्होंने व्यापार और उद्यमिता में नेतृत्व उत्कृष्टता के लिए एनडीटीवी वीमेन ऑफ वर्थ पुरस्कार भी जीता | 
  • उन्हें 2016 में लिंक्डइन टॉप वॉयस में से एक के रूप में पहचाना गया है | 
  • उन्हें कई पुस्तकों में शामिल किया गया है |
  • उन्हें 2018 और 2019 में फॉर्च्यून इंडिया की ‘मोस्ट पावरफुल वीमेन इन बिजनेस’ के रूप में नामित किया गया था |

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कैसी लगी आपको वाणी कोला की सफलता की कहानी ? अगर आप नया स्टार्ट-अप शुरू कर रहे है या उद्यम क्षेत्र से जुड़े है, तो उनके इन्वेस्टमेंट के टिप्स तो अवश्य ही आपके लिए लाभप्रद साबित होंगे |

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वाणी कोला आप सभी के लिए प्रेरणा है | आपका जिद्दी होने का सबक तो सबसे महत्वपूर्ण है जो हर महिला को आपने जीवन में उतारना चाहिए | केवल उत्सुकता होने पर किसी कार्य में सफलता नही मिलती अपितु उसके लिए जिद्दी होना होता है | 

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