6 साल की उम्र से शतरंज खेलना शुरू किया आज हैं शतरंज चैंपियन तानिया सचदेव | Chess Champion Tania Sachdev

अक्सर आपने कुछ लोगों को कहते सुना अवश्य होगा, कि महिलाओं में बुद्धि नही होती | जैसे बुद्धिमता के सारे तार सिर्फ पुरूषों के मस्तिष्क में ही जुड़े है | 

चीजों को समझने की क्षमता हर मनुष्य में भिन्न होती है | महिला या पुरूष होना इसका कोई माप दंड नही है | 

महिला होने के नाते न ही आप में शक्ति कम होती है और न ही दिमाग | बस आपको अपने हुनर को पहचानने की आवश्यकता है | 

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शतरंज जैसे मस्तिष्क के खेल में महिलाओं ने अनेको खिताब अपने नाम किए है | 

शंतरज यानी चेस में भारत में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी है | विश्वनाथ आनद, कोनेरो हम्पी, निशा महतो के बाद जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा चर्चित रही वो है, तानिया सचदेव |

अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित तानिया सचदेव एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी है, जिन्होंने इंटरनेशनल मास्टर (आईएम) और महिला ग्रैंडमास्टर (डब्लूजीएम) के FIDE का खिताब प्राप्त किया हुआ है | वह एक शतरंज प्रस्तोता और विवरणकार है | वह 8वीं भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर हैं |

उन्होंने पूर्व एस. विजयलक्ष्मी, कोनेरू हम्पी, एस. मीनाक्षी, आरती रामास्वामी, निशा मोहोता, स्वाति घाटे और द्रोनावल्ली हरिका ने ग्रैंड मास्टर खिताब हासिल किए हैं |

भारतीय शतरंज की ग्लैमर गर्ल तानिया सचदेव 11 सितम्बर, 2007 को ईरान में एशियाई महिला शतरंज की महारानी बन गईं थीं |

तानिया सचदेव का जन्म 20 अगस्त 1986 को दिल्ली में हुआ था | उनके पिता का नाम पम्मी सचदेव है | उनकी माँ अंजू एक शतरंज खिलाड़ी रही है | उनके दो भाई-बहन हैं, बड़ा भाई जो पेशेवर रूप से गोल्फ खिलाड़ी है और बड़ी बहन, अमृता सचदेव | उन्होंने नवंबर 2014 में दिल्ली के आर्किटेक्ट विराज कटारिया संग शादी की |

उन्होने दिल्ली के वसंत विहार के मॉडर्न स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की | श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से उन्होंने साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की |

सिर्फ 6 साल की उम्र से उन्होंने शतरंज खेलना शुरू कर दिया था | 

उनके इस खेल के प्रति रूझान को देख उनके माता-पिता ने उन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया | के.सी जोशी के प्रशिक्षण में उन्होंने शतरंज के गुर सीखे | बाद में विशाल सरीन उनके कोच हुए |

 

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8 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब हासिल किया | 

 

साल 1994 में, तानिया सचदेव ने नॉरविच में ब्रिटिश चैंपियनशिप में 5 खिताब जीते | इसके साथ वह इंटरनेशनल जूनियर मास्टर भी बनी थीं |

साल 1997 में, 12 वर्ष से कम आयु वर्ग में उन्होंने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जीत हासिल की थी |

साल 1999 में, 19 वर्ष से कम आयु वर्ग में उन्होंने दिल्ली की चैंपियनशिप जीती थी |

साल 2002 में, तानिया सचदेव ने मारवाला में एशियाई जूनियर गर्ल्स चैम्पियनशिप जीती थी | साल 2005 में वह महिला ग्रैंडमास्टर खिताब से सम्मानित होने वाली आठवीं भारतीय महिला खिलाड़ी बनी |

उन्होंने 2006 और 2007 में, भारत की राष्ट्रीय महिला प्रीमियर चैंपियनशिप जीती | 2007 में एशियाई ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतकर गोल्ड मेडल हासिल किया | इसके साथ ही उन्होंने महिला शतरंज चैंपियनशिप के लिए भी अपना स्थान बना लिया |

साल 2007 में, तानिया सचदेव ने तेहरान में एशियाई चैंपियनशिप के फाइनल राउड में चीन की खिलाड़ी जु वेनजुन के साथ 6.5 अंक से ड्रॉ खेला था, और फिर टाई ब्रेकर में बाजी अपने नाम कर ली थी |

उन्होंने 2008 में महिलाओं के शतरंज ओलंपियाड में भाग लिया | वह 2009 और 2011 में महिलाओं की विश्व शतरंज चैम्पियनशिप टीम का भी हिस्सा रही | 2003 के एशियाई महिला शतरंज चैंपियनशिप में अपने खेल का बेहतर प्रदर्शन किया | 

 

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2006 के एशियाई खेलों में और 2009 के एशियाई इंडोर खेलों में उन्होंने प्रभावशाली खेल खेला |

शतरंज में शानदार प्रदर्शन के लिए तानिया सचदेव को 2009 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया |

साल 2012 में, तानिया सचदेव ने इस्तांबुल चेस ओलंपियाड में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इस टूर्नामेंट में उन्हें ब्रांज मेडल से संतुष्ट करना पड़ा |

तानिया सचदेव ने महिलाओं की एशियाई टीम चैम्पियनशिप 2008, 2009, 2012 और 2014 में चार टीम रजत पदक जीते और साथ ही व्यक्तिगत रूप से तीन रजत और एक कांस्य पदक पर अपनी मोहर लगाई |

उन्होंने चेसबेस के लिए एक फ्रिट्ज़ट्रेनर रणनीति डीवीडी प्रस्तुत की है | वह मैग्नस कार्लसन और विश्वनाथन आनंद के बीच 2013 (चेन्नई) विश्व चैम्पियनशिप मैच के लिए आधिकारिक कमेंट्री टीम की सदस्य भी रह चुकी हैं |

साल 2016 में, तानिया सचदेव ने रिक्जेविक ओपन में सर्वश्रेष्ठ महिला का पुरस्कार जीता और कातालु में राष्ट्रमंडल महिला चैंपियन का खिताब भी अपने नाम किया |

2015 में, उन्होंने एशियाई महाद्वीपीय महिला रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था |

अपने खिताब को बरकरार रखते हुए तानिया सचदेव ने जुलाई 2019 में, राष्ट्रमंडल महिला चैंपियनशिप में जीत हासिल की |

शतरंज खेलने के अलावा तानिया सचदेव को मॉडलिंग का भी शौक है | वह कई फैशन शो में रैंप वॉक भी कर चुकी है |

तानिया सचदेव जैसी सशक्त और आत्मविश्वास से पूर्ण महिलाएं हर दिन एक नया इतिहास रच रही है | तो बस अपने पथ पर चलते रहे, अपने निश्चय को सुदृढ़ करे और अपने सपनो को असल जीवन में जीये |

संसार में किसी भी वस्तु, खेल और पथ पर किसी भी एक लिंग का एकल अधिकार नही है | यह आप पर निर्भर करता है कि आप परिस्थितियों को समस्या मान भाग जाये या उसमें भाग ले |

Jagdisha आपके शतरंज के गौरवपूर्ण प्रदर्शन की बेहद सराहना करते है | साथ ही भविष्य में आप ओर मील के पत्थर स्थापित करें | हम आपके उन्नत और स्वस्थ जीवन की कामना करते है |

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